जिंदगी की भागदौड़ में खान-पान पर ध्यान न दे पाने के कारण आप कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं, जिसमें से किडनी स्टोन की समस्या भी एक है। आपके रोज के खाने में कुछ ऐसी फूड आइटम्स होती हैं, जिसका ज्यादा सेवन किडनी स्टोन का कारण बन जाता है।
इन फूड्स में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती हैं जो यूरिन में मौजूद कैल्शियम से मिलकर पथरी बना देते हैं। वहीं, कुछ फूड डाइजेस्ट नहीं हो पाते और किडनी में जमा होने लगते हैं, जोकि बाद में पथरी का कारण बनते हैं।
रोजमर्रा के खान-पान का ध्यान रख कर आप किडनी स्टोन (Kidney Stone) के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताएंगे, जिन्हें सीमित मात्रा में खाकर आप किडनी स्टोन की समस्या से बच सकते हैं
पालक और भिड़ी
पालक और भिड़ी में ऑक्सलेट होता है जो कैल्शियम को जमा कर लेता है और यूरीन में नहीं जाने देता। धीरे-धीरे यही कैल्शियम किडनी में पथरी का रूप ले लेता है।
चाय
बहुत से लोग अपने दिन की शुरूआत चाय से करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पथरी का कारण बनती है। अगर आपको पहले से ही यह समस्या है तो चाय का सेवन पथरी का साइज बढ़ा सकता है।
टमाटर
टमाटर में भी ऑक्सेलेट पाया जाता है, जोकि पथरी का कारण बनता है। इसके बीज भी ठीक से डाइजेस्ट नहीं होते, जोकि पथरी का कारण बनते हैं। इसलिए टमाटर का इस्तेमाल हमेशा उसके बीज निकालकर और कम मात्रा में करें।
नमक
भोजन में नमक का इस्तेमाल कम करना चाहिए। क्योंकि इसमें सोडियम होता है, जो पेट में जाकर कैलशियम बन जाता है और धीरे-धीरे यह पथरी का रूप ले लेता है।
चॉकलेट
चॉकलेट में ऑक्सलेट बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसलिए अगर आप किडनी स्टोन से बचना चाहते हैं तो चॉकलेट से दूरी बना लें।
नॉनवेज
मीट, मछली और अंडे में बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है, जोकि किडनी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ाता है। प्यूरीन की मात्रा बढ़ने पर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, जिससे पथरी बनती है। इसलिए इसका कम से कम सेवन करें।
चुकंदर
वैसे तो चुकंदर का जूस सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन भी किडनी स्टोन का कारण बनता है।
जी हाँ! जो लोग रेड मीट बहुत शौक़ से खाते हैं उन्हें ये बात भी जान लेनी चाहिए कि अत्यधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन करना बॉडी के लिए हानिकारक होता है। रेड मीट का अत्यधिक सेवन गुर्दे में पथरी की समस्या भी पैदा कर सकता है।
दरअसल रेड मीट में एनिमल प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह एनिमल प्रोटीन हमारी बॉडी के लिए उचित नहीं होता है। यदि हम अत्यधिक मात्रा में एनिमल प्रोटीन का सेवन कर लेते हैं तो ऐसे में शरीर में ना सिर्फ पथरी की समस्या हो जाती है बल्कि कई और भी समस्याएं हो सकती हैं।
2. पथरी में नमक का परहेज करें
ये भी एक ध्यान रखने वाली बात है कि अगर हम गुर्दे की पथरी से बचना चाहते हैं तो हमें नमक की कम मात्रा का सेवन करना चाहिए। यदि हम नमक की अत्यधिक मात्रा का सेवन करते हैं तो ऐसे में हमारे शरीर में कैल्शियम का उत्पादन ज़्यादा होने लगता है।
वैसे तो शरीर के लिए कैल्शियम की प्रचुर मात्रा आवश्यक है लेकिन नमक के अत्याधिक सेवन से बनने वाला कैल्शियम यूरीनरी ट्रैक को बाधित करता है।
इस तरह यह कैल्शियम शरीर को फ़ायदा न पहुंचाकर नुक़सान पहुँचाता है। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि नमक की अत्यधिक मात्रा का सेवन करना गुर्दे की पथरी को जन्म देने की सम्भानावों को बढ़ा सकता है।
3. पथरी में अंडे खाएं
यदि आप गुर्दे की पथरी से बचना चाहते हैं तो आपको अंडों की प्रचुर मात्रा का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर्स गुर्दे की पथरी से बचाव के लिए अंडों के सेवन की सलाह देते हैं।
यदि गुर्दे की पथरी प्राथमिक स्टेज पर है तो ऐसे में डॉक्टर्स मरीज़ को तब तक अंडों का सेवन करने के लिए कहते हैं जब तक कि गुर्दे की पथरी शरीर से बाहर नहीं निकल जाती है।
अंडों में एनिमल प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि अंडों का नियमित रूप से सेवन करना हमारे शरीर में अनेक प्रकार के पोषक तत्वों की कमी भी पूरा करता है अतः हमें नियमित रूप से निश्चित मात्रा में अंडों का सेवन करना चाहिए।
4. पथरी में पानी की प्रचुर मात्रा का सेवन करें
गुर्दे की पथरी से बचने का प्राकृतिक इलाज यह है कि हम प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन करें। कई बार तो यह भी देखा गया है कि हमारे शरीर में पानी की कमी होने से गुर्दे की पथरी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
जब हम पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करते हैं तो हमारे शरीर में काफ़ी मात्रा में मूत्र बनने लगता है। ज़्यादा मूत्र बनने से शरीर में उपस्थित हानिकारक पदार्थ शरीर से आसानी से निकलने लगते हैं।
एक तरह से हम जितना पानी पीते हैं हमारे शरीर की उतनी ही ज़्यादा सफ़ाई होती है। ठीक इसी तरह यदि गुर्दों में कैल्शियम का जमाव होने लगता है तो पर्याप्त पानी का सेवन करने से गुर्दों की सफ़ाई आसानी से हो जाती है।
इस तरह यह कहा जा सकता है कि पर्याप्त जल का सेवन गुर्दे की पथरी से छुटकारा दिलाने में मदद करता है
5. पथरी में आलू का सेवन करें
वैसे तो ज़्यादातर मामलों में यह देखा गया है कि हमें ज़्यादा मात्रा में आलू के सेवन से रोका जाता है लेकिन जब बात गुर्दे की पथरी की आती है तो ऐसे में डॉक्टर्स यह सलाह देते हैं कि ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जाए।
दरअसल कार्बोहाइड्रेट गुर्दे में पथरी के निर्माण को बाधित करता है। इस तरह कार्बोहाइड्रेट का सेवन गुर्दे की पथरी से निजात दिलाता है।
चूंकि आलू में पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है इसलिए आलू का सेवन करने से गुर्दे की पथरी से बचा जा सकता है।
6. पथरी में पालक के सेवन से बचें
पालक एक हरी सब्ज़ी है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होती है लेकिन जब बात गुर्दे की पथरी की आती है तो ऐसे में पालक के सेवन से जितना हो सके उतना बचना ही चाहिए।
दरअसल पालक में कई ऐसे मिनरल्स पाए जाते हैं जोकि गुर्दे में पथरी की समस्या को जन्म देते हैं। पालक में ऑक्सिलेट नामक मिनरल पाया जाता है जो गुर्दे की पथरी के लिए ज़िम्मेदार होता है।तो इस तरह गुर्दे की पथरी से बचने के लिए पालक का सेवन नहीं करना चाहिए।
7. पथरी के रोगी के आहार में जंक फ़ूड ना हो
जी हाँ, जंक फ़ूड वैसे तो बहुत ज़्यादा स्वादिष्ट होते हैं लेकिन ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज़्यादा नुकसानदायक होते हैं!
जंक फ़ूड न सिर्फ़ पाचन को ख़राब करते हैं बल्कि ये गुर्दे में पथरी की समस्या को भी जन्म देते हैं। ठीक इसी तरह जंक फ़ूड में फ्रक्टोज की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है।
यदि हम पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं तो ऐसे में हमें फ्रक्टोज की कम मात्रा का सेवन करना चाहिए।
यदि हम जंक फ़ूड खाते हैं तो ऐसे में हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट और फ्रक्टोज दोनों की मात्रा बढ़ जाती है। ये दोनों ही चीज़ें यदि साथ मिल जाती हैं तो गुर्दे की पथरी की समस्या को जन्म दे सकती है इसलिए जितना हो सके जंक फ़ूड को अवॉइड करना चाहिए।
8. पथरी में सिट्रिक एसिड का सेवन करें
गुर्दे की पथरी से बचने का सबसे अच्छा तरीक़ा यह है कि हम अपने डेली के आहार में सिट्रिक एसिड से भरपूर पदार्थों को शामिल करें। जो पदार्थ खट्टे होते हैं उन में पर्याप्त मात्रा में सिट्रिक एसिड पाया जाता है जैसे नींबू, आँवला, संतरा आदि।
गुर्दे में पथरी कैल्शियम ऑक्सिलेट के कारण बनती है। जब कैल्शियम, ऑक्सिलेट के साथ मिल जाता है तो ऐसे में गुर्दे में पथरी की समस्या हो जाती है लेकिन यदि हम पर्याप्त मात्रा में सिट्रिक एसिड का सेवन करते हैं तो ऐसा नहीं होता है।
दरअसल सिट्रिक एसिड, कैल्शियम के साथ मिल जाता है और इस तरह कैल्शियम को ऑक्सिलेट के साथ मिलने नहीं देता है। ऐसा होने पर हम गुर्दे में पथरी की समस्या से बच जाते हैं।
9. पथरी में दूध पीना चाहिए
पथरी के रोगी को अकसर दूध पीने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि दूध एक भरपूर आहार है और यह पथरी को साफ़ करने में मदद कर सकता है।
यदि आप पथरी से पीड़ित हैं, या आपके आस-पास कोई इस बिमारी से ग्रस्त है, तो उन्हें रोजाना दूध पीने की सलाह दें।
10. पथरी में दही लें
जैसा हमनें ऊपर बताया कि पथरी में आपको सिट्रिक एसिड के भोजन का सेवन करना चाहिए। सिट्रिक फल सामान्य रूप से खट्टे होते हैं, और दही भी इसी श्रेणी में आता है।
ऐसे में आपको नियमित रूप से पथरी में दही का सेवन करना चाहिए।
11. पथरी में चावल खाएं
हमनें आपको पथरी में खाने के लिए फल और सब्जियां तो बता दी, लेकिन अनाज में आपको चावल का सेवन करना चाहिए।
चावल में जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो पथरी को साफ़ करने की क्षमता रखते हैं। पथरी के रोगी को चावल का पानी पीने की भी सलाह दी जाती है।
इन फूड्स में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती हैं जो यूरिन में मौजूद कैल्शियम से मिलकर पथरी बना देते हैं। वहीं, कुछ फूड डाइजेस्ट नहीं हो पाते और किडनी में जमा होने लगते हैं, जोकि बाद में पथरी का कारण बनते हैं।
रोजमर्रा के खान-पान का ध्यान रख कर आप किडनी स्टोन (Kidney Stone) के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताएंगे, जिन्हें सीमित मात्रा में खाकर आप किडनी स्टोन की समस्या से बच सकते हैं
किडनी स्टोन बनने का कारण क्या है (Causes of Kidney Stones)
पालक और भिड़ी में ऑक्सलेट होता है जो कैल्शियम को जमा कर लेता है और यूरीन में नहीं जाने देता। धीरे-धीरे यही कैल्शियम किडनी में पथरी का रूप ले लेता है।
चाय
बहुत से लोग अपने दिन की शुरूआत चाय से करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पथरी का कारण बनती है। अगर आपको पहले से ही यह समस्या है तो चाय का सेवन पथरी का साइज बढ़ा सकता है।
टमाटर
टमाटर में भी ऑक्सेलेट पाया जाता है, जोकि पथरी का कारण बनता है। इसके बीज भी ठीक से डाइजेस्ट नहीं होते, जोकि पथरी का कारण बनते हैं। इसलिए टमाटर का इस्तेमाल हमेशा उसके बीज निकालकर और कम मात्रा में करें।
नमक
भोजन में नमक का इस्तेमाल कम करना चाहिए। क्योंकि इसमें सोडियम होता है, जो पेट में जाकर कैलशियम बन जाता है और धीरे-धीरे यह पथरी का रूप ले लेता है।
चॉकलेट
चॉकलेट में ऑक्सलेट बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसलिए अगर आप किडनी स्टोन से बचना चाहते हैं तो चॉकलेट से दूरी बना लें।
नॉनवेज
मीट, मछली और अंडे में बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है, जोकि किडनी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ाता है। प्यूरीन की मात्रा बढ़ने पर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, जिससे पथरी बनती है। इसलिए इसका कम से कम सेवन करें।
चुकंदर
वैसे तो चुकंदर का जूस सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन भी किडनी स्टोन का कारण बनता है।
पथरी में खाने लायक भोजन (what to eat in kidney stone in hindi)
1. पथरी में रेड मीट का लिमिटेड सेवनजी हाँ! जो लोग रेड मीट बहुत शौक़ से खाते हैं उन्हें ये बात भी जान लेनी चाहिए कि अत्यधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन करना बॉडी के लिए हानिकारक होता है। रेड मीट का अत्यधिक सेवन गुर्दे में पथरी की समस्या भी पैदा कर सकता है।
दरअसल रेड मीट में एनिमल प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह एनिमल प्रोटीन हमारी बॉडी के लिए उचित नहीं होता है। यदि हम अत्यधिक मात्रा में एनिमल प्रोटीन का सेवन कर लेते हैं तो ऐसे में शरीर में ना सिर्फ पथरी की समस्या हो जाती है बल्कि कई और भी समस्याएं हो सकती हैं।
2. पथरी में नमक का परहेज करें
ये भी एक ध्यान रखने वाली बात है कि अगर हम गुर्दे की पथरी से बचना चाहते हैं तो हमें नमक की कम मात्रा का सेवन करना चाहिए। यदि हम नमक की अत्यधिक मात्रा का सेवन करते हैं तो ऐसे में हमारे शरीर में कैल्शियम का उत्पादन ज़्यादा होने लगता है।
वैसे तो शरीर के लिए कैल्शियम की प्रचुर मात्रा आवश्यक है लेकिन नमक के अत्याधिक सेवन से बनने वाला कैल्शियम यूरीनरी ट्रैक को बाधित करता है।
इस तरह यह कैल्शियम शरीर को फ़ायदा न पहुंचाकर नुक़सान पहुँचाता है। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि नमक की अत्यधिक मात्रा का सेवन करना गुर्दे की पथरी को जन्म देने की सम्भानावों को बढ़ा सकता है।
3. पथरी में अंडे खाएं
यदि आप गुर्दे की पथरी से बचना चाहते हैं तो आपको अंडों की प्रचुर मात्रा का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर्स गुर्दे की पथरी से बचाव के लिए अंडों के सेवन की सलाह देते हैं।
यदि गुर्दे की पथरी प्राथमिक स्टेज पर है तो ऐसे में डॉक्टर्स मरीज़ को तब तक अंडों का सेवन करने के लिए कहते हैं जब तक कि गुर्दे की पथरी शरीर से बाहर नहीं निकल जाती है।
अंडों में एनिमल प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि अंडों का नियमित रूप से सेवन करना हमारे शरीर में अनेक प्रकार के पोषक तत्वों की कमी भी पूरा करता है अतः हमें नियमित रूप से निश्चित मात्रा में अंडों का सेवन करना चाहिए।
4. पथरी में पानी की प्रचुर मात्रा का सेवन करें
गुर्दे की पथरी से बचने का प्राकृतिक इलाज यह है कि हम प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन करें। कई बार तो यह भी देखा गया है कि हमारे शरीर में पानी की कमी होने से गुर्दे की पथरी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
जब हम पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करते हैं तो हमारे शरीर में काफ़ी मात्रा में मूत्र बनने लगता है। ज़्यादा मूत्र बनने से शरीर में उपस्थित हानिकारक पदार्थ शरीर से आसानी से निकलने लगते हैं।
एक तरह से हम जितना पानी पीते हैं हमारे शरीर की उतनी ही ज़्यादा सफ़ाई होती है। ठीक इसी तरह यदि गुर्दों में कैल्शियम का जमाव होने लगता है तो पर्याप्त पानी का सेवन करने से गुर्दों की सफ़ाई आसानी से हो जाती है।
इस तरह यह कहा जा सकता है कि पर्याप्त जल का सेवन गुर्दे की पथरी से छुटकारा दिलाने में मदद करता है
5. पथरी में आलू का सेवन करें
वैसे तो ज़्यादातर मामलों में यह देखा गया है कि हमें ज़्यादा मात्रा में आलू के सेवन से रोका जाता है लेकिन जब बात गुर्दे की पथरी की आती है तो ऐसे में डॉक्टर्स यह सलाह देते हैं कि ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जाए।
दरअसल कार्बोहाइड्रेट गुर्दे में पथरी के निर्माण को बाधित करता है। इस तरह कार्बोहाइड्रेट का सेवन गुर्दे की पथरी से निजात दिलाता है।
चूंकि आलू में पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है इसलिए आलू का सेवन करने से गुर्दे की पथरी से बचा जा सकता है।
6. पथरी में पालक के सेवन से बचें
पालक एक हरी सब्ज़ी है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होती है लेकिन जब बात गुर्दे की पथरी की आती है तो ऐसे में पालक के सेवन से जितना हो सके उतना बचना ही चाहिए।
दरअसल पालक में कई ऐसे मिनरल्स पाए जाते हैं जोकि गुर्दे में पथरी की समस्या को जन्म देते हैं। पालक में ऑक्सिलेट नामक मिनरल पाया जाता है जो गुर्दे की पथरी के लिए ज़िम्मेदार होता है।तो इस तरह गुर्दे की पथरी से बचने के लिए पालक का सेवन नहीं करना चाहिए।
7. पथरी के रोगी के आहार में जंक फ़ूड ना हो
जी हाँ, जंक फ़ूड वैसे तो बहुत ज़्यादा स्वादिष्ट होते हैं लेकिन ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज़्यादा नुकसानदायक होते हैं!
जंक फ़ूड न सिर्फ़ पाचन को ख़राब करते हैं बल्कि ये गुर्दे में पथरी की समस्या को भी जन्म देते हैं। ठीक इसी तरह जंक फ़ूड में फ्रक्टोज की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है।
यदि हम पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं तो ऐसे में हमें फ्रक्टोज की कम मात्रा का सेवन करना चाहिए।
यदि हम जंक फ़ूड खाते हैं तो ऐसे में हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट और फ्रक्टोज दोनों की मात्रा बढ़ जाती है। ये दोनों ही चीज़ें यदि साथ मिल जाती हैं तो गुर्दे की पथरी की समस्या को जन्म दे सकती है इसलिए जितना हो सके जंक फ़ूड को अवॉइड करना चाहिए।
8. पथरी में सिट्रिक एसिड का सेवन करें
गुर्दे की पथरी से बचने का सबसे अच्छा तरीक़ा यह है कि हम अपने डेली के आहार में सिट्रिक एसिड से भरपूर पदार्थों को शामिल करें। जो पदार्थ खट्टे होते हैं उन में पर्याप्त मात्रा में सिट्रिक एसिड पाया जाता है जैसे नींबू, आँवला, संतरा आदि।
गुर्दे में पथरी कैल्शियम ऑक्सिलेट के कारण बनती है। जब कैल्शियम, ऑक्सिलेट के साथ मिल जाता है तो ऐसे में गुर्दे में पथरी की समस्या हो जाती है लेकिन यदि हम पर्याप्त मात्रा में सिट्रिक एसिड का सेवन करते हैं तो ऐसा नहीं होता है।
दरअसल सिट्रिक एसिड, कैल्शियम के साथ मिल जाता है और इस तरह कैल्शियम को ऑक्सिलेट के साथ मिलने नहीं देता है। ऐसा होने पर हम गुर्दे में पथरी की समस्या से बच जाते हैं।
9. पथरी में दूध पीना चाहिए
पथरी के रोगी को अकसर दूध पीने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि दूध एक भरपूर आहार है और यह पथरी को साफ़ करने में मदद कर सकता है।
यदि आप पथरी से पीड़ित हैं, या आपके आस-पास कोई इस बिमारी से ग्रस्त है, तो उन्हें रोजाना दूध पीने की सलाह दें।
10. पथरी में दही लें
जैसा हमनें ऊपर बताया कि पथरी में आपको सिट्रिक एसिड के भोजन का सेवन करना चाहिए। सिट्रिक फल सामान्य रूप से खट्टे होते हैं, और दही भी इसी श्रेणी में आता है।
ऐसे में आपको नियमित रूप से पथरी में दही का सेवन करना चाहिए।
11. पथरी में चावल खाएं
हमनें आपको पथरी में खाने के लिए फल और सब्जियां तो बता दी, लेकिन अनाज में आपको चावल का सेवन करना चाहिए।
चावल में जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो पथरी को साफ़ करने की क्षमता रखते हैं। पथरी के रोगी को चावल का पानी पीने की भी सलाह दी जाती है।